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Share Market Kya Hai? Share Market से लाखो कैसे कमा सकते है ?

 ntroduction:

आम लोगों के मानना है कि शेयर मार्केट एक जुआ की तरह है, जहां कोई भी इन्वेस्टमेंट करेगा तो उसमें ही फंस जाएगा। लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है; सही जानकारी आपको शेयर बाजार में विजेता बना सकती है। इस ब्लॉग Share market kya hai? में आप इसके बारे में जानेंगे और इससे करियर बना सकते हैं। आप इसके बारे में अधिक जानते हैं।



Share Market Kya Hai? Share Market से लाखो कैसे कमा सकते है ?


Share market का उद्घाटन 1875 में हुआ था। विभिन्न कंपनियों के शेयर एकत्र और बेचे जाते हैं, इसे Stock Market भी कहते हैं। Market में फेर बदल और उतार चढ़ाव के दौरान Share के Price भी घटते और बढ़ते हैं, जिससे कुछ लोग या तो बहुत पैसा कमा लेते हैं या अपना सारा पैसा गवा देते हैं। किसी संस्था में Share खरीदने का अर्थ है कि आप भी उस संस्था में भागीदार बन जाते हैं। इसलिए उस कंपनी की Growth और मुनाफा आपका मुनाफा है। हर सेकंड, मुनाफा और नुकसान पर नज़र रखी जाती है, जिससे अधिक पैसा कमाने और कम पैसा खोने के रास्ते बनाए जाते हैं।

Share Market Kya Hai?

Share Market में आप कितने पैसे लगाते हैं या कहिए कि कितने Share खरीदते हैं, उस कंपनी के कुछ प्रतिशत मालिक होते हैं। हर कंपनी की Market value है, जो उसके शेयरधारकों की कीमत को निर्धारित करती है। इसके बावजूद, यह निरंतर बदलता रहता है, जिससे ही किसी का लाभ या नुकसान कैलकुलेट किया जाता है। एक नेटवर्क सारा काम और खरीद-बेच करता है। टेक्नोलॉजी में सुधार के कारण अब आप शेयर्स की खरीद और बेच बहुत आसानी से घर बैठे कर सकते हैं।
पहली बात: पहले शेर मार्केट क्या है?विभिन्न कंपनियों के शेयरों में व्यापार करने के लिए सभी विक्रेता और खरीदार एक शेयर बाजार में एकत्रित होते हैं। व्यापारी भौतिक शेयर बाजार पर प्रत्यक्ष रूप से व्यापार कर सकते हैं या एक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से ऑनलाइन व्यापार कर सकते हैं। यदि आप ऑफ़लाइन व्यापार कर रहे हैं, तो आपको पंजीकृत ब्रोकर के माध्यम से अपने ट्रेडों को रखना होगा।

स्टॉक मार्केट भी कहलाता है। दोनों टर्म्स एक दूसरे के साथ काम कर सकते हैं। भारत में दो शेयर बाजार हैं: राष्ट्रीय शेयर एक्सचेंज और बॉम्बे शेयर एक्सचेंज। प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) आयोजित करने वाली कंपनियों, यानी सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध कंपनियों, के पास कारोबार योग्य शेयर हैं।पहले, शेर मार्केट को समझना होगा।विभिन्न कंपनियों के शेयरों में व्यापार करने के लिए सभी विक्रेता और खरीदार एक शेयर बाजार में एकत्रित होते हैं। व्यापारी भौतिक शेयर बाजार पर प्रत्यक्ष रूप से व्यापार कर सकते हैं या एक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से ऑनलाइन व्यापार कर सकते हैं। यदि आप ऑफ़लाइन व्यापार कर रहे हैं, तो आपको पंजीकृत ब्रोकर के माध्यम से अपने ट्रेडों को रखना होगा।

स्टॉक मार्केट भी कहलाता है। दोनों टर्म्स एक दूसरे के साथ काम कर सकते हैं। भारत में दो शेयर बाजार हैं: राष्ट्रीय शेयर एक्सचेंज और बॉम्बे शेयर एक्सचेंज। प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) आयोजित करने वाली कंपनियों, यानी सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध कंपनियों, के पास कारोबार योग्य शेयर हैं।

 

Share Market में Invest और Trading का क्या अर्थ है?

व्यापार और निवेश के बीच मुख्य अंतर यह है कि आप शेयर कितने समय तक रखेंगे। व्यापार करना मतलब शेयरों को लंबे समय तक रखना और उन्हें समाप्त करना है, जबकि निवेश करना मतलब शेयरों को लंबे समय तक रखना है।

आप शेयर बाजार में निवेश कर रहे हों या व्यापार कर रहे हों, तो सचेत निर्णय लें। यदि आप अपने जीवन भर की कमाई को दाओ पर नहीं लगाना चाहते हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप सिर्फ इतना पैसा डालें जिसको खोना आप बर्दाश्त कर सकते हैं। आपको लाभ प्राप्त करने की संभावनाओं को ध्यान में रखने और अनुकूलित करने में मदद करने के लिए मार्गदर्शन और योजनाएं हैं, लेकिन शेयर बाजार में निवेश या व्यापार करते समय सावधानी बरतें।

अब जब आप शेयर बाजार की बुनियादी जानकारी जानते हैं, यहाँ कुछ तरीके हैं कि अधिक जानने के लिए शेर बाजार कैसे सीखें: 

Share Market में काम करनेका मतलब है ट्रेडिंग करना भी कहते है। आसान शब्दों में, Trading का अर्थ है "व्यापार". अर्थात किसी वस्तु या सेवा को बदलकर मुनाफा कमाना. Share Market में भी खरीद-बिक्री करके मुनाफा कमाते हैं. मतलब, Trading का मुख्य उद्देश्य किसी भी वस्तु या सेवा को खरीदकर तुरंत मुनाफा कमाना है. Stock Market में कुछ नहीं खरीदकर और बिक्री करके कंपनियों के Share खरीदकर मुनाफा कमाया जाता है. यानि Trading में हम Share Market से Share खरीदकर बेचते हैं. यहाँ, हम Share को Stock Exchange से कम कीमत पर खरीदते हैं और फिर उस Share की कीमत बढ़ने पर उसे बेच देते हैं. Share Market में Trading सबसे अधिक की जाती है, और हर दिन लोग Share पर Trading करके हजारों और लाखों रूपये कमा लेते हैं. Trading का एक वर्ष का समय होता है. अर्थात् Share को एक वर्ष के अंदर खरीदना और बेचना होगा. एक साल के बाद Share बेचना एक निवेश है. व्यापार को बहुत ही रिस्की कहा जाता है. कोई भी नहीं जानता कि कुछ समय बाद Share की कीमत कैसे बदलेगी. Share की कीमत कभी तेज हो सकती है, तो कभी गिर सकती है. Share Market में कई प्रकार की Trading होती है, और प्रत्येक ट्रेडर अपनी सुविधा और जोखिम के अनुसार Trading करता है.
ट्रेडिंग की पांच श्रेणियां कौन-सी हैं? व्यापार करना चाहने वालों के पास Share Market में अनगिनत अवसर हैं. रणनीतिक रूप से और अच्छी तरह से पालन किया जाए तो यह बहुत आकर्षक है. प्रत्येक व्यापारी की व्यापार-शैली अलग हो सकती है क्योंकि हर व्यापारी अलग होता है.

निम्नलिखित पांच व्यापारिक प्रकार हैं: आप अपने मनोविज्ञान के अनुसार एक चुनें:

1. Intraday Trading
2. Scalping Trading
3. Swing Trading
4. Positional Trading
5. Arbitrage Trading
Share Market के बारे में आम धारणा है कि यह घाटे का सौदा है, Trading कैसे सीखें. एक बार जब आप प्रवेश करते हैं, आप अपना सारा पैसा उड़ाने के बाद बाहर नहीं निकल सकते. यह सच है कि आपको Share Market में नुकसान हो सकता है, लेकिन यह आपके कम ज्ञान के कारण होगा, न कि Share Market के कारण.

यदि आप एक सफल निवेशक बनना चाहते हैं, तो आपको बाज़ार में व्यापार करने के कई तरीके सीखने की जरूरत है. जैसे-जैसे बाजार विकसित हो रहा है, Stock Trading के पुराने तरीके अब काम नहीं कर रहे हैं. यदि आप Stock Trading सीखना चाहते हैं और अपने सपनों का मालिक बनना चाहते हैं, तो

 

ये दस सबसे अच्छे तरीके हैं.

1. एक ब्रोकर खोजें (Hire a broker) 
2. निवेश पुस्तकें पढ़ें (Read investment books) 
3. वित्तीय लेख पढ़ें (Read financial articles)
4. एक सलाहकार खोजें (Find a mentor) 
5. सफल निवेशकों का अध्ययन करें (study successful investors)
6.बाजार अनुसंधान और विश्लेषण (Market Research & Analysis) 
7.अपनी गलतियों से सीखें (learn from your mistakes)
8.अपनी जोखिम लेने की इच्छा को पहचानें (Identify your risk appetite)
9.लागत नियंत्रित करें (Control Cost)


Trading का अर्थ: आज हम Share Market में ऑनलाइन Trading करके लाखों रुपए कमा रहे हैं. ऐसे में हमें भी सवाल उठता है कि Trading क्या है और इससे पैसे कैसे कमाए जाते हैं?
यदि आप भी Share Market में Trading करना चाहते हैं तो आप सही जगह आए हैं. इस आर्टिकल में मैं आपको Trading के बारे में सब कुछ बताने वाला हूँ, जैसे कि Share Market में Trading क्या होता है, नए लोगों को Trading कैसे सीखना, यह कितने प्रकार का होता है, पैसे कैसे कमाएं, आदि.
मैं भी Trading से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बातें बताऊंगा. मैं वादा करता हूँ कि अगर आपने इस लेख को अंत तक पढ़ लिया तो आपके मन में ट्रेडिंग क्या होता है से संबंधित कोई भी प्रश्न नहीं रह जाएगा. Share Market Kya Hai? Share Market से लाखो कैसे कमा सकते है ?


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पहले जानते है 

इस पोस्ट में आप ट्रेडिंग क्या होता है पता चलेगा. (व्यापार क्या है?)
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग का अर्थ क्या है? (Share market में ट्रेडिंग क्या है?)
ट्रेडिंग का उदाहरण: ट्रेडिंग में कितने प्रकार होते हैं? (व्यापार के प्रकार) 1. 2. intraday trading 3. स्विंग ट्रेडिंग Option Trading
ट्रेडिंग क्या है? (व्यापार कैसे काम करता है)
ट्रेडिंग क्या लाता है?
ट्रेडिंग क्या है? (Share market में ट्रेडिंग कैसे करें)
ट्रेडिंग करते समय आपको क्या विचार करना चाहिए?
ट्रेडिंग कैसे करें? (Stock trading सीखने का तरीका) 1. 2. ट्रेडिंग बुक्स पढ़ें. पेपर ट्रेडिंग अभ्यास 3 ऑनलाइन ट्रेडिंग कोर्स करके ट्रेडिंग के नियम सीखें
ट्रेडिंग कैसे करें? (व्यापार से पैसे कैसे कमाएं)
ट्रैडिंग के लाभ और कमियां
ट्रेडिंग का क्या लाभ है? (व्यापार के लाभों का विवरण)
ट्रेडिंग से क्या हानि होती है? (व्यापार के नुकसान)
ट्रेडिंग करने से पहले क्या ध्यान देना चाहिए?

1. 2. खबरों के आधार पर ट्रेडिंग करते समय सावधान रहें. सर्किट लगने वाले स्टॉक्स में ट्रेडिंग नहीं करना चाहिए

Trading का अर्थ "व्यापार" है, जिसका अर्थ है कि लोग बाजार से लाभ कमाने के लिए वस्तुओं को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ट्रेड करते हैं. वर्तमान में ऑनलाइन Share Trading काफी लोकप्रिय है क्योंकि इससे लोग हर दिन लाखों रुपए कमा रहे हैं.
Share Market में ट्रेडिंग का क्या अर्थ है? (Share market में Trading क्या है?)
बाजारों में Share Trading का अर्थ है Share खरीदना और बेचना. लंबी अवधि की Trading और शॉर्ट अवधि की ट्रेडिंग स्टॉक मार्केट में दो प्रकार की होती हैं. Share Market से जल्दी पैसा कमाने के लिए अधिकांश ट्रेडर्स इंट्राडे और ऑप्शन ट्रेडिंग करते हैं.
आज हर व्यापार में ट्रेडिंग होती है, चाहे वह ऑनलाइन हो या ऑफलाइन हो. ट्रैडिंग में विक्रेता और खरीदार दोनों ही पैसा कमाना चाहते हैं.

यदि हम Share Market में ट्रेडिंग का उदाहरण देखें तो हमारा मकसद कम मूल्य पर शेयर खरीदकर उन्हें अधिक मूल्य पर बेचकर लाभ कमाना है.
याद रखिए कि ऑनलाइन ट्रेडिंग शेयरों के अलावा कमोडिटी और विनिमय बाजार में भी होती है. कमोडिटी मार्केट में सोना, चांदी, क्रूड ऑयल आदि खनिजों की ट्रेडिंग होती है, जबकि विदेशी मुद्रा मार्केट में रुपये, डॉलर, पाउंड आदि की ट्रेडिंग होती है.

अब बात ऑनलाइन ट्रेडिंग की है... अब ऑफलाइन ट्रेडिंग भी चर्चा करें—

व्यापार का उदाहरण:
व्यापार को समझने के लिए सब्जी मंडी को देखें. व्यापारी सब्जी मंडी से कम दाम में सब्जी खरीदकर उसे अधिक दाम में बेचकर लाभ कमाता है.

Share Market Kya Hai? Share Market से लाखो कैसे कमा सकते है ?


जैसे कपड़े के उद्योग में, एक दुकानदार थोक में खरीदा हुआ सामान सस्ते में खरीदकर लाता है और फिर उसे ग्राहकों को महंगे दामों पर बेचता है, इसे ट्रेडिंग कहा जाता है.

मुझे पता है कि आप लोगों को ऑफलाइन ट्रेडिंग से ज्यादा ऑनलाइन ट्रेडिंग सीखने में दिलचस्पी है, इसलिए मैं इस पोस्ट में अधिकांश स्टॉक ट्रेडिंग के बारे में बात करूँगा. और इस ब्लॉग में मैं सिर्फ शेयर मार्केट पर बात करता हूँ. इसलिए, आगे मैं सिर्फ शेयर बाजार में ट्रेडिंग की बात करूंगा, न कि ऑफलाइन ट्रेडिंग. मैंने आपको पहले ही यह बताया था.

अब तक आपने "व्यापार क्या होता है" पढ़ा है, तो आप जानते हैं कि—


कितने प्रकार की ट्रेडिंग होती है? (व्यापार के प्रकार)
Hindi trading types: शॉर्ट टर्म और लोंग टर्म ट्रेडिंग हैं. Long term trading में डिलीवरी और पोजीशनल ट्रेडिंग होते हैं, जबकि short term trading में इंट्राडे, स्विंग और ऑप्शन ट्रेडिंग होते हैं. Share market trading भी स्काल्पिंग ट्रेडिंग, एल्गो ट्रेडिंग, मार्जिन ट्रेडिंग और मूहूर्त ट्रेडिंग के समान है.

इनमें से तीन सबसे लोकप्रिय ट्रेडिंग हैं—

हम नीचे इनके बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे: Intraday Trading, Swing Trading, Option Trading. लेकिन उससे पहले शार्ट में बाकी ट्रेडिंग के बारे में आपको बताता हूँ.

ट्रेडिंग के प्रकार (व्यापार के कितने प्रकार होते हैं)


Long Term Trading:  इसमें डिलीवरी और पोजीशनल ट्रेडिंग शामिल हैं. डिलीवरी ट्रेडिंग में आप शेयर को डिलीवरी पर खरीदते हैं, जबकि पोजीशनल ट्रेडिंग में आप अपनी पोजीशन को किसी पर्टिकुलर स्टॉक में शॉर्ट टर्म या लोंग टर्म के लिए रखते हैं.

आप कुछ लोग सोच रहे होंगे कि डिलीवरी ट्रेडिंग सिर्फ निवेश है, तो मैं इसे ट्रेडिंग क्यों कहता हूँ? आपका कहना सही है कि यह इन्वेस्टमेंट ही है, लेकिन आपको कभी-कभी शेर बेचना पड़ेगा और खरीदना और बेचना ही ट्रेडिंग है, इसलिए इन्वेस्टमेंट को भी long-term trading कह सकते हैं.


Scalping Trading: "स्लिप ट्रेडिंग" शब्द का हिंदी अर्थ कालाबाजारी है, और ऐसी ट्रेडिंग जिसमें शेयर बाजार के नियमों से बाहर ट्रेडिंग की जाती है, उसे "स्लिप ट्रेडिंग" कहा जाता है.

इसका अर्थ है कि स्टॉक मार्केट में शेयर खरीदकर उसके बढ़ने की उम्मीद की जाती है, लेकिन scalping ट्रेडिंग में ऐसा नहीं होता क्योंकि इसमें लोग तुरंत लाभ बुक करते हैं.

यह छोटे अवधि के अंतर्गत आता है, जिसमें शेयर बेचकर कुछ मिनटों में लाभ प्राप्त किया जा सकता है. याद रखें कि यह अंतरराष्ट्रीय ट्रेडिंग से थोड़ा अलग है.


Algo ट्रेडिंग: व्यापार में लोगों की जरूरत नहीं होती, बल्कि कुछ algorithms और सॉफ्टवेयर द्वारा स्वचालित ट्रेडिंग किया जाता है.

Marginal Trade: जब आप अपने ब्रोकर के साथ किसी पार्टिकुलर शेयर में मार्जिन लेकर ट्रेडिंग करते हैं, तो इसे मार्जिन ट्रेडिंग भी कहा जाता है, या लीवरेज ट्रेडिंग भी कहा जाता है.


Margin पैसा है जो आपने नहीं दिया है, लेकिन आपका ब्रोकर आपको ट्रेडिंग करने के लिए देता है.


आज लगभग हर broking app मार्जिन ट्रेडिंग की सुविधा देता है. इनमें 20 प्रतिशत से 80 प्रतिशत मार्जिन मिलता है.

लेकिन याद रखें कि मार्जिन ट्रेडिंग में भी अधिक खतरा होता है क्योंकि ब्रोकरेज आप पर भारी जुर्माना भी लगा सकता है अगर आप खो देते हैं. यही कारण है कि मार्जिन ट्रेडिंग केवल तभी करें जब आप पूरी तरह से अपनी ट्रेड पर भरोसा करते हैं.
Muharat Trade: जैसा कि नाम से ही पता चलता है, शुभ मुहूर्त पर ट्रेडिंग करना मुहूर्त ट्रेडिंग कहलाता है. यह ट्रेडिंग अक्सर दिवाली के दौरान किया जाता है, जब किसी निश्चित शुभ समय पर व्यापार किया जाता है.

अब हम आपको ट्रेडिंग के सबसे लोकप्रिय प्रकारों के बारे में बताते हैं:

1. "इंट्राडे ट्रेडिंग"(intraday Trading):  एक दिन में शेयर खरीदने और बेचने को कहते हैं. इसमें आपको उसी दिन शेयर खरीदने और बेचने की आवश्यकता होती है.

यदि आपने intraday में शेयर खरीदे हैं और बाजार बंद होने से पहले (3:30 बजे) अपने सारे शेयर नहीं बेचते हैं, तो आपका ट्रेडर अपने आप ही आपकी position को "Square Off" कर देता है. बाजार बंद होने से पहले आप अपने शेयर नहीं बेच पाए, इसलिए आपको कुछ अतिरिक्त शुल्क भी देना पड़ेगा.

Interday ट्रेडिंग करते समय चार्ट पेटर्न्स को समझना महत्वपूर्ण है. इंट्राडे ट्रेडर्स हर समय चार्ट पर अगली कैंडल (candle) का अनुमान लगाने की कोशिश करते हैं.

दैनिक ट्रेडिंग में अधिकतर 1 मिनट, 5 मिनट और 15 मिनट के चार्टों का उपयोग किया जाता है.
इंटरडे ट्रेडिंग में कंपनियों की खोज करना जरूरी नहीं है; बस आपको तकनीकी विश्लेषण का कुछ ज्ञान होना चाहिए.
Intraday में डिलीवरी की अपेक्षा आपको मार्जिन बहुत अच्छा मिलता है, लेकिन इसमें अधिक जोखिम भी है.
Intraday ट्रेडर प्रॉफिट कमाने के लिए कई ट्रेडिंग सेटअप, सपोर्ट रेजिस्टेंस, लक्ष्य, स्टॉप लॉस, मूविंग एवरेज और चार्ट पेटर्न्स का उपयोग करता है.
दैनिक ट्रेडिंग में आपको संस्थागत शक्तिशाली शेयरों की जरूरत नहीं होती; आप किसी भी कम मूल्य वाले स्टॉक में ट्रेडिंग कर सकते हैं, सिर्फ वॉल्यूम अच्छा होना चाहिए.
इंट्राडे ट्रेडिंग में नुकसान होने की संभावना बहुत ज्यादा होती है, लेकिन आप अपने नुकसान को कम कर सकते हैं और अपने प्रॉफिट को बढ़ा सकते हैं अगर आप समझदारी से stop-loss लगाकर ट्रेड करते हैं, ट्रेडिंग मनोविज्ञान को समझते हैं और intraday ट्रेडिंग रणनीतियाँ अपनाते हैं.

Share Market Kya Hai? Share Market से लाखो कैसे कमा सकते है ?



2. स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading):  कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ्तों में शेयर खरीदने और बेचने का प्रकार है. मतलब, swing ट्रेडिंग में अधिकांश लोग 5% से लेकर 20% की कमाई होने पर अपने खरीदे हुए शेयर को बेच देते हैं, चाहे वह एक हफ्ता या एक महीना लगे.

स्विंग ट्रेडिंग में शेयरों को उसी दिन बेचना नहीं होता, जो इसे intraday trading की अपेक्षा अधिक सुरक्षित मानता है.
रिवर्स ट्रेडिंग से अधिक लाभ कमाने के लिए, आपको Nifty की अगली पांच सौ कंपनियों में निवेश करना चाहिए क्योंकि इन कंपनियों का वॉल्यूम और फंडामेंटल अच्छा होता है.
दैनिक ट्रेडिंग की अपेक्षा swing ट्रेडिंग में आपको फंडामेंटली स्थिर कंपनी चुनना पड़ता है क्योंकि आप अधिक जोखिम नहीं लेना चाहते हैं और आप अपना प्रॉफिट कुछ दिनों में नहीं बल्कि घंटों में कमाना चाहते हैं.Share Market Kya Hai? Share Market से लाखो कैसे कमा सकते है ?
Swing trading में आप लाभ कमाते हैं, क्योंकि दोनों बहुत महत्वपूर्ण होते हैं.
बहुत से स्टॉक्स सिर्फ अपने सपोर्ट और रेजिस्टेंस के बीच ट्रेड करते रहते हैं. ऐसे शेयरों में पोजीशन बनाकर आप स्विंग ट्रेडिंग में लाभ कमा सकते हैं.
Swing trading करके भी कुछ लोग स्टॉक में breakout और breakeven होने पर अच्छा पैसा कमाते हैं. किसी शेयर के चार्ट में ब्रेक आउट होना संकेत है कि उसने अपना पूर्ववर्ती सपोर्ट या रेजिस्टेंस खो दिया है, यानी शेयर अपने पूर्ववर्ती प्राइस से बहुत अधिक ऊपर या नीचे चला गया है.

3. ऑप्शन ट्रेडिंग (Optin Trading): Optin Trading का अर्थ है कॉल और पुट ऑप्शंस खरीदने और बेचने का व्यापार. यदि आप कॉल ऑप्शन खरीदते हैं तो आप शेयर मार्केट पर उदार हैं, जबकि पुट ऑप्शन खरीदते हैं तो आप उदार हैं.Share Market Kya Hai? Share Market से लाखो कैसे कमा सकते है ?

माना जाता है कि ऑप्शन ट्रेडिंग सबसे रिस्की है. यह कुछ ही मिनटों में लाखों रुपए का लाभ ले सकता है और कुछ ही मिनटों में लाखों रुपए का नुकसान भी ले सकता है क्योंकि प्रीमियम प्राइस ऑप्शन ट्रेडिंग चार्ट पर बहुत तेजी से ऊपर नीचे होते हैं.
Option trading करने के लिए आपको बहुत कम पैसे की जरूरत होती है, आप 100 रुपये से भी शुरू कर सकते हैं.
Option खरीदने और बेचने से आप इसमें दो तरह से पैसा कमा सकते हैं.
आपको बता दूं कि शेयर मार्केट में सिर्फ बीस प्रतिशत विकल्प खरीदारों और बीस प्रतिशत विकल्प बेचारों हैं. इसका कारण यह है कि विकल्प खरीदने में आप 100 से 200 रुपये से भी शुरू कर सकते हैं, जबकि विकल्प बेचने में लाखों रुपये की जरूरत होती है.
यह भी जानें कि केवल 25 प्रतिशत ऑप्शन खरीदारों को पैसा मिलता है, जबकि 75 प्रतिशत ऑप्शन बेचने वाले पैसा कमाते हैं. इसका कारण यह है कि option sellers के पास बहुत सारे पैसे होते हैं, जबकि option buyer केवल कुछ पैसे से ट्रेड करते हैं, और अधिकांश नए लोग option buying ही करते हैं, इसलिए उन्हें नुकसान होता है.
Option trading में, option seller अधिक पैसे देकर कम प्रॉफिट प्राप्त करता है, जबकि option buyer नुकसान करता है क्योंकि वह कम पैसे देकर अधिक प्रॉफिट की आशा करता है.
मैं आपको बताना चाहता हूँ कि ऑप्शन ट्रेडिंग करते समय हमेशा stop loss लगाकर रखें, नहीं तो आपका लाखों रुपए कुछ ही मिनटों में खो जाएंगे.
आपको इसमें अपनी रिस्क मैनेजमेंट के हिसाब से ही ट्रेड करना चाहिए.
दोस्तों, मैं आपको बताना चाहता हूँ कि ऑप्शन ट्रेडिंग को जानने के बिना कभी नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से आप शॉर्ट टर्म में कुछ पैसा कमा सकते हैं लेकिन अंततः आपको नुकसान ही होगा.


ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए 9 टिप्स (यदि आप ऑप्शन ट्रेडिंग करते हैं तो ये 9 टिप्स हमेशा काम आएंगे)
NOTE– मैं आपसे एक और बात कहना चाहता हूँ कि जीवन में कभी भी लोन लेकर ऑप्शन ट्रेडिंग मत करना क्योंकि ऐसा करने से बहुत से लोग बर्बाद हो चुके हैं. यही कारण है कि पहले इसे पूरी तरह से समझ लें, समझ लें, ट्रेडिंग साइकोलॉजी पर पकड़ बना लें और इसके सारे मूल नियमों को जान लें, फिर थोड़ा सा धन लगाकर शुरुआत करें.



अब तक आपने ट्रेडिंग क्या है और इसके प्रकार का पता लगाया है. अब शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कैसे होती है:


ट्रेडिंग क्या है? (व्यापार कैसे काम करता है)

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग खरीदने और बेचने पर आधारित है. स्टॉक मार्केट में डिमांड और सप्लाई नियम लागू होते हैं. जिस स्टॉक की डिमांड कम होती है, उसकी कीमत कम होती है और जिस स्टॉक की डिमांड अधिक होती है, उसका प्राइस बढ़ता है.

ट्रेडिंग की प्रक्रिया को समझने के लिए आपको ट्रेडिंग वॉल्यूम को समझना होगा.

यह स्पष्ट है कि अगर आज किसी स्टॉक में खरीद वॉल्यूम अधिक है और बेच वॉल्यूम कम है, तो शेयर ऊपर जाएगा; अगर स्थिति इसके विपरीत है, तो शेयर नीचे जाएगा.

इसके अलावा, ट्रेडिंग में शेयर की कीमतों के ऊपर और नीचे होने के तरीकों को समझने के लिए बिक्री और मांग की कीमतों पर नज़र डालें. विक्रय कीमत बताती है कि खरीददार शेयर खरीदने को तैयार है, जबकि आवेदन कीमत बताती है कि बिक्रेता शेयर बेचने को तैयार है.

आपको पता होना चाहिए कि किसी भी स्टॉक में ट्रेडिंग तब तक संभव नहीं है जब तक कि बिक्री और मांग की कीमतों में समानता नहीं हो जाती है. इसका अर्थ है कि उस स्टॉक में ट्रेडिंग नहीं हो सकती जब तक खरीदार विक्रेता के मूल्य पर शेयर खरीदने को तैयार नहीं हो जाता.

थोड़े खरीदारों और बेचारों के कारण कुछ शेयरों में बहुत देर तक ट्रेड नहीं होता है. इसलिए, अगर कोई ऐसे शेयरों में एक बड़ी मात्रा खरीद ले, तो उस स्टॉक का प्राइस अचानक तेजी से बढ़ने लगता है, जिससे वह शेयर समाचार में आने लगता है.

समाचार पत्रों में आपने देखा होगा कि विदेशी निवेशक (FII) किसी शेयर में खरीदारी करते समय बहुत से लोग शेयर में पैसा लगाने लगते हैं, जिससे शेयर कुछ दिनों में बहुत बढ़ जाता है और फिर कुछ दिनों बाद लगातार गिर जाता है.

क्योंकि उन्हें फायदा तभी मिलता है जब किसी स्टॉक में बदलाव होता है, swing traders इन सबके बीच अच्छे पैसे कमाते हैं. अभी के लिए बस इतना समझ लीजिए कि अगर खरीदारों की ताकत है तो शेयर ऊपर जाएगा और बिक्रीकर्ताओं की ताकत है तो शेयर नीचे जाएगा.


जानिए शेयर बाजार कैसे कार्य करता है? (विस्तार से) ट्रेडिंग में शामिल हैं क्या?
टेक्निकल एनालिसिस की सभी चीजें, जैसे चार्ट पेटर्न्स, मूविंग एवरेज, सपोर्ट रेजिस्टेंस, इंडिकेटर्स, वॉल्यूम, प्राइस एक्शन, पुट कॉल रेश्यो, आदि, ट्रेडिंग में शामिल हैं.

जब हम सभी को एक-एक करके देखते हैं, तो ट्रेडिंग एक बहुत बड़ा क्षेत्र है जिसमें बहुत कुछ शामिल है.

उदाहरण के रूप में: जब हम चार्ट पैटर्न देखते हैं, तो बहुत से चार्ट पैटर्न हैं, जिन्हें समझने में हफ्तों से लेकर महीने लग सकते हैं.

ऐसे कई इंडिकेटर हैं, लेकिन RSI इंडिकेटर मेरा पसंदीदा है. मूविंग एवरेज भी अलग-अलग होते हैं.

जब आप कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न को देखते हैं, तो आप देखते हैं कि इसमें कई अलग-अलग कैंडल हैं, हर एक का अपना अलग अर्थ है.

ट्रेडिंग में कई चीजें होती हैं, लेकिन सफल होने के लिए आपको एक मजबूत पकड़ बनानी पड़ती है.

साथ ही पढ़ें–

Chart Patterns in Hindi (सभी शेयर मार्केट ट्रेडिंग चार्ट पेटर्न, उदाहरण सहित)

Candlestick Chart Patterns in Hindi: 22 Best Candlestick Chart Patterns उदाहरण सहित पूरी जानकारी

अब तक आपने ट्रेडिंग क्या होती है, कितने प्रकार की होती है, कैसे काम करती है और इसमें आने वाले लाभों को समझ लिया है. अब आप शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कैसे करते हैं—

ट्रेडिंग क्या है? (Share market में ट्रेडिंग कैसे करें)
व्यापार कैसे करें: शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने का सही तरीका क्या है?

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए आपको सबसे पहले किसी ब्रोकर से डिमैट अकाउंट बनाना होगा. इसके बाद आपको अपने ट्रेडिंग अकाउंट में धन डालना होगा. फिर आप किसी भी शेयर पर ट्रेडिंग कर सकते हैं.

शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने के लिए सर्वश्रेष्ठ डिस्काउंट ब्रोकर्स ऐप Zerodha और Upstox हैं. मित्रों, मैं सिर्फ Upstox के माध्यम से शेयरों में ट्रेडिंग करता हूँ.

अगर आप स्टॉक मार्केट में ऑप्शन ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो आपको पहले अपने डिमैट अकाउंट में जाकर F&O (भविष्य और ऑप्शन सेगमेंट) को activate करना होगा. उसके बाद ही आप विकल्पों में ट्रेड कर सकते हैं.

अब आपके ऊपर है कि आप इंट्राडे, स्विंग या ऑप्शन ट्रेडिंग करना चाहते हैं. इसलिए आपको अपनी ट्रेडिंग रणनीति बनानी होगी.
आप ट्रेडिंग कैसे करते हैं?
बैंक निफ्टी में ट्रेडिंग कैसे करें?
ट्रेडिंग करते समय आपको क्या विचार करना चाहिए?
व्यापार शेयर बाजार में: ट्रेडिंग करते समय आपको क्या विचार करना चाहिए?

शेयर बाजार में ट्रेडिंग करते समय आपको निम्नलिखित बातों का विचार करना चाहिए:

ट्रेडिंग करते समय अपने विचारों पर नियंत्रण रखना बहुत महत्वपूर्ण है.
आपको पहले ही निर्धारित करना चाहिए कि आपको आज दिन में कितनी बार ट्रेड करना चाहिए और आप कितना अधिकतम नुकसान ले सकते हैं.
जब आप पूरी तरह से ट्रेडिंग करने के लिए तैयार हो जाएँ, तो ट्रेडिंग शुरू करें.
कभी भी ट्रेडिंग करते समय बहुत दुखी या बहुत खुश मत होना चाहिए.
व्यापार में साइकोलॉजी महत्वपूर्ण है मतलब, अगर आपको एक दिन में लगातार तीन ट्रेड में हार हुई है, तो आप चौथी बार भी ट्रेड करेंगे क्योंकि आपको अपने नुकसान की भरपाई करनी होगी. बहुत से लोग इस तरह की साइकोलॉजी का इस्तेमाल करते हैं, जिससे उन्हें दुगुना नुकसान होता है.
अगर आपको लगातार घाटा हो रहा है, तो आपको हर दिन ट्रेडिंग करना बंद कर देना चाहिए.
अगर शेयर लगातार ऊपर जा रहा है, तो अपनी खरीदी गई कुछ क्वांटिटी बेचकर प्रॉफिट बुक करें.
कुछ लोग share के और बढ़ने का इंतजार करते हैं, लेकिन बाद में पछताते हैं.
आपको सोचना चाहिए कि अगर कोई शेयर खरीदे गए मूल्य से 10% ऊपर चला जाता है तो आप उसे कभी नहीं बेचेंगे.
अब तक आप ट्रेडिंग क्या होता है के बारे में बहुत कुछ जान चुके होंगे, तो आइए जानते हैं कि नए लोगों को ट्रेडिंग कैसे सीखना है.


ट्रेडिंग कैसे करें? (Stock trading सीखने का तरीका)
Learn Trading: ट्रेडिंग करना कैसे सीखें?

ट्रेडिंग करने के लिए आपको तकनीकी एनालिसिस, कैंडलस्टिक चार्ट पेटर्न्स और प्राइस एक्शन का ज्ञान होना चाहिए. व्यापार करना भी आप ऑनलाइन ट्रेडिंग कोर्स और बुक्स पढ़कर भी सीख सकते हैं.

1. ट्रेडिंग बुक्स पढ़ें: स्टॉक मार्केट में बहुत सारी किताबें उपलब्ध हैं. लेकिन किसी भी किताब को खरीदने से पहले तय करें कि आप ट्रेडिंग करना चाहते हैं, चाहे ऑप्शन ट्रेडिंग हो या इंट्राडे ट्रेडिंग हो. इसके बाद, इंटरनेट पर किताब की रेटिंग और रिंकू जरूर देखें.

2. पेपर ट्रेडिंग का अभ्यास करें अगर आप शुरुआत में जोखिम नहीं लेना चाहते हैं, तो आप इससे शुरू कर सकते हैं. पेपर ट्रेडिंग का अर्थ है कि आप वास्तविक मार्केट को देखते हुए पेपर पर शेयर प्राइस, सपोर्ट रेजिस्टेंस और अमाउंट भी लिखते रहते हैं.

फिर कुछ समय बाद देखें कि आपको लाभ हुआ है या नुकसान हुआ है. आप लाइव मार्केट में ट्रेड कर सकते हैं जब आपको पेपर पर दस में से सात बार लाभ मिलने लगे.

कुछ लोगों का कहना है कि पेपर ट्रेडिंग में आपकी साइकोलॉजी काम नहीं करती है, लेकिन यह सही है क्योंकि पेपर पर ट्रेड करने से आप सिर्फ अभ्यास कर रहे हैं जिसमें आपको कुछ नहीं मिलता. मेरा मानना है कि अगर आप सिर्फ पेपर पर नुकसान कर रहे हैं तो आप सिर्फ लाइव मार्केट में नुकसान करेंगे.

3. ऑनलाइन ट्रेडिंग कोर्स करके सीखें: इंटरनेट पर कई ऑनलाइन ट्रेडिंग कोर्स उपलब्ध हैं, लेकिन किसी भी कोर्स को लेने से पहले उसकी रेटिंग और प्रतिक्रियाओं को जरूर देखें. मैं सिर्फ यह कहना चाहता हूँ कि आप ऑनलाइन पाठ्यक्रम लेने के बजाय यूट्यूब चैनलों पर स्टॉक ट्रेडिंग की वीडियो देखें, क्योंकि आजकल इंटरनेट पर फ्री में इतना सारा सामग्री उपलब्ध है कि आप जो चाहें सीख सकते हैं.

शेयर मार्केट को एक-एक कदम से सीखें
शेयर मार्केट ट्रेडिंग में सफलता पाने के लिए, चरण-दर-चरण ऑप्शन ट्रेडिंग सीखें और ट्रेडिंग के नियमों का पालन करें—

ऋण लेकर शेयर बाजार में ट्रेडिंग कभी भी नहीं करें, क्योंकि ऐसा करने से आप बहुत बड़ी मुसीबत में फंस सकते हैं.
व्यापार में सफलता पाने के लिए आपको इसे बनाना सीखना होगा. सिर्फ बनाना सीखने वाले लोग कभी भी सफल ट्रेडर नहीं बन सकते.
ट्रेडिंग करते समय, ब्रोकिंग ऐप पर लागू होने वाले ब्रोकरेज और शुल्कों का पता लगाना आवश्यक है.
किसी भी शेयर को सिर्फ उसका मूल्य बढ़ता हुआ देखकर मत खरीदें, क्योंकि एक ऑपरेटर इसे बेवजह बढ़ाने के लिए तैयार हो सकता है.
कभी भी ऑप्शन ट्रेडिंग में पूरा पैसा नहीं लगाएं.
ट्रेडिंग करते समय हमेशा कमाई पर ब्रेक लगाकर रखें.
ज्यादा लालच मत करो; पहले से ही आपको पता होना चाहिए कि 10 प्रतिशत या 20 प्रतिशत प्रॉफिट मिलने पर आप छोड़ देंगे.
Discipline के साथ चैटिंग करें, नियमों का पालन करें.
पहले, आपको किस लेवल पर प्रवेश करना है और किस लेवल पर बाहर निकलना है.
साथ ही पढ़ें: ऑप्शन ट्रेडिंग के नियम: अगर आप ऑप्शन ट्रेडिंग करते हैं तो इन दस नियमों का ध्यान रखना चाहिए.

ट्रेडिंग कैसे करें? (व्यापार से पैसे कैसे कमाएं)
Trading का अर्थ: शेयर मार्केट ट्रेडिंग क्या है?

ट्रेडिंग से पैसे कमाने के लिए आपको सस्ता शेयर खरीदकर महंगा बेचना होगा. आप ट्रेडिंग करते हुए बहुत अच्छा पैसा कमा सकते हैं अगर आप किसी भी शेयर के मूल्य बदलाव को पहले से उत्पादित करते हैं.

आपका लाभ या हानि, सारा खेल खरीदने और बेचने के बीच का अंतर ही है.

नुकसान का खतरा बहुत कम होता है अगर आप किसी शेयर को उसकी इंटरिंसिक वैल्यू से कम पर खरीदते हैं. लेकिन ट्रेडिंग में शेयर की intrinsic उतनी मायने नहीं रखती क्योंकि इसका काम अधिकतर वैल्यू इन्वेस्टर्स करते हैं.

जैसा कि मैंने पहले ही बताया था, आप ट्रेडिंग करके बहुत पैसा कमा सकते हैं अगर आप चार्ट पर अगली कैंडल का अनुमान लगा सकते हैं.

मैं जानता हूँ कि कोई भी सूचक पूरी तरह से सटीक नहीं हो सकता, लेकिन स्टॉक मार्केट में कई ट्रेडर 70–80% सटीक सूचक करते हैं.

वह ऐसा कर पाते हैं क्योंकि उनके पास वर्षों का ट्रेडिंग अनुभव है. यदि आप लगातार अभ्यास करेंगे, तो धीरे-धीरे आप भी चार्ट प्रक्षेपण में माहिर हो जाएंगे.

व्यापार से पैसे कैसे कमाएं? (व्यापार से पैसे कमाने के दसवीं शानदार तरीके)

Share Market से पैसे कैसे कमाएं (शेयर मार्केट से पैसे कमाने के 10 तरीके)

ट्रेडिंग का क्या लाभ है? (व्यापार के लाभों का विवरण)
आप ट्रेडिंग करके कम समय में अधिक पैसा कमा सकते हैं.
ट्रेडिंग सीखने के लिए किसी प्रोफेशनल डिग्री की आवश्यकता नहीं होती.
बहुत सारे ऑनलाइन ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर हैं जो आपको नकली पैसे देकर वास्तविक मार्केट में ट्रेडिंग की प्रैक्टिस करने देते हैं.
व्यापार में लाभ अनंत है, लेकिन नुकसान केवल उतना ही है जितना आप काPITAL लगा रहे हैं.
ट्रेडिंग करने के लिए आपको कहीं भी जाना नहीं होगा. आप अपने मोबाइल से दिन-प्रतिदिन लाखों रुपए कमा सकते हैं.
ट्रेडिंग से क्या हानि होती है? (व्यापार के नुकसान)
यदि आपने ट्रेडिंग करते समय स्टॉपलॉस नहीं लगाया, तो आपका लाखों रुपये का कैपिटल जल्दी ही नष्ट हो सकता है.
margin ट्रेडिंग करने से आपका risk और भी बढ़ जाता है.
कुछ लोग ब्रोकिंग चार्जेस को गलत समझते हैं, जिससे उन्हें प्रत्येक बार जितने रुपए का लाभ मिलता है उतना ही चार्ज देना होगा.
बिना सीखे ट्रेडिंग करने के कारण ट्रेडिंग में जितने लोग पैसे कमाते हैं उससे कई गुना अधिक लोग नुकसान करते हैं.
ट्रेडिंग करने से पहले क्या ध्यान देना चाहिए?
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करते समय आपको इन बातों का ध्यान रखना चाहिए:

1. खबरों पर ट्रेडिंग करते समय सावधान रहें—
समाचार के आधार पर बहुत से लोग ट्रेडिंग करते हैं, यानी जब कोई स्टॉक में अच्छी खबर आती है तो उसे खरीद लेते हैं. फिर उसी खबर के चलते कुछ समय बाद अधिक लोग उसी शेयर में निवेश करने लगते हैं, जिससे उसका शेयर प्राइस बढ़ जाता है और वह आपके शेयर बेचकर लाभ कमाता है.

समाचार पत्रों पर ट्रेडिंग करके बहुत से लोग अच्छा पैसा कमाते हैं. लेकर आपको पता होना चाहिए कि स्टॉक मार्केट में झूठी खबरें बहुत जल्दी फैलती हैं. सोशल मीडिया घटिया कंपनियों का प्रचार करता है, जहां छोटे रिटेल निवेशक फस जाते हैं और ऑपरेटर आपका पूरा पैसा लेकर भाग जाते हैं.


2. सर्किट लगने वाले स्टॉक्स में ट्रेडिंग नहीं करें क्योंकि अधिकांश सर्किट पेनी स्टॉक्स में लगते हैं. ये दो प्रकार हैं: ऊपरी और निचली धारा

ऑपरेटर्स ऐसे शेयरों को नियंत्रित करते हैं जो अचानक मूल्य बढ़ा देते हैं

फिर छोटे इन्वेस्टर्स उसमें निवेश करने लगते हैं, तो लगता है कि शेयर की कीमत बढ़ेगी. जब शेयर की कीमत उच्च लेवल पर पहुंच जाती है, तो ऑपरेटर्स अपने सारे शेयर बेच देते हैं, जिससे शेयर में कम सर्किट लगना शुरू हो जाता है और कोई भी निवेशक अपने शेयर नहीं बेच पाता है, जिससे आप उस शेयर में फंस जाते हैं. यह भी pump and dump scheme कहलाता है.

शेयर मार्केट में गिरावट क्यों होती है? 15 प्रमुख बहस
शेयर मार्केट में नुकसान से बचने के लिए क्या टिप्स हैं? इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग में क्या अंतर है?
ट्रेडिंग में आपको टेक्निकल एनालिसिस पर फोकस करना होगा, जबकि इन्वेस्टमेंट में फंडामेंटल एनालिसिस पर फोकस करना होगा.
जबकि निवेश करते समय कंपनी का बिजनेस मॉडल देखना महत्वपूर्ण होता है, ट्रेडिंग करते समय प्राइस एक्शन और चार्ट देखना महत्वपूर्ण होता है.
जबकि ट्रेडिंग में कंपनी का पास्ट परफॉर्मेंस देखना होगा, तो स्टॉक की मूल्य इतिहास देखना होगा.
व्यापार से तुरंत पैसा कमाया जाता है, जबकि निवेश से लंबे समय तक पैसा कमाया जाता है.


FAQ:

Q: शेयर बाजार का मतलब क्या होता है?

A: अलग-अलग कंपनियों के शेयर खरीदने और बेचने का स्थान शेयर मार्केट है। ये किसी भी दूसरे आम बाजार की तरह है जहां लोग शेयर खरीदते और बेचते हैं।


Q: शेयर बेचने के बाद पैसा कब आता है?

A: यदि आपने आज कोई शेयर खरीदा है, तो शेयर ट्रेडिंग डे के तीसरे दिन या ट्रेडिंग डे के दो दिन बाद आपके डीमैट अकाउंट में पहुंचता है। इसी तरह, ट्रेडिंग के दो दिनों के बाद आपके बैंक खाते में पैसा आता है।


Q: कैसे जाने कि कौन सा शेयर ऊपर या नीचे जाएगा?

A: शेयर बाजार की भविष्यवाणी करने के लिए चार्ट पेटर्न देखें।

निफ़्टी इंडेक्स के चार्ट पेटर्न को देखकर आप शेयर मार्केट की वृद्धि या गिरावट का पता लगा सकते हैं। बुलिश चार्ट पैटर्न बाजार को ऊपर ले जाएगा, जबकि बियरिश पैटर्न नीचे जाएगा।


conclusion

दोस्तों, इस पोस्ट (Trading kya hai in hindi) में मैंने पूरी तरह से आपको शेयर बाजार में ट्रेडिंग के बारे में बताने की कोशिश की है. अब आप ट्रेडिंग क्या होता है, कितने प्रकार का होता है, कैसे काम करता है और पैसे कैसे कमाए जाते हैं, मुझे आशा है कि आप समझ चुके होंगे.

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